दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के पूर्व इंजीनियर ने केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) में शिकायत कर सेवानिवृत्ति के बाद के लाभ दिए जाने में उत्पीड़न का आरोप लगाया है. केपी आर्या ने 21 दिसंबर को दी अपनी शिकायत में कहा कि सेवानिवृत्ति के तीन महीने बाद भी उन्हें समझौता पत्र नहीं मिला है और उनकी पेंशन पर संकट है. आर्या ने सीवीसी को दी अपनी शिकायत में कहा, ‘मैं अपना रेलवे पास जारी करवाने में असमर्थ हूं और सेवा पूरी करने के बाद की निपटान राशि भी अभी तक नहीं मिली है’.
उन्होंने शिकायत के साथ इस साल 23 नवंबर को रेलवे बोर्ड के सचिव को लिखे एक पत्र की प्रति भी संलग्न की है. सेवानिवृत्त होने से महज तीन दिन पहले उनका तबादला कर दिया गया था. आर्या की परेशानी 23 नवंबर को शुरू हुई जब उन्हें रेलवे बोर्ड की ओर से बिलासपुर मंडल से नयी दिल्ली में उत्तर रेलवे के मुख्यालय में अपने तबादले का एक पत्र मिला. आर्या उस वक्त संचार इंजीनियर थे.
उन्हें नई दिल्ली में 28 नवंबर को ड्यूटी पर जाने को कहा गया जबकि उनकी सेवानिवृत्ति 30 नवंबर को थी. उन्होंने अपने तबादले को ‘सरासर पागलपन’ बताया. आर्या ने कहा, ‘यह सरासर पागलपन ही है कि पूरी जिंदगी भारतीय रेलवे की सेवा करने वाले कर्मचारी का उसकी सेवानिवृत्ति के सप्ताह में तबादला कर दिया गया ताकि सेवानिवृत्ति के बाद की निपटान प्रक्रिया बाधित हो और अंतिम दिनों में उसे परेशान किया जा सके’.
उन्होंने कहा, ‘मैं निराश हूं कि मुझे इतना परेशान करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी है’.
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FIRST PUBLISHED : December 27, 2023, 06:54 IST